Writer Dr. Jeevan Singh - Apni Maati: Personality

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Monday, September 9, 2013

Writer Dr. Jeevan Singh


  • आत्म परिचय
  • डा. जीवन सिंह , 
  • जन्म-ब्रज-मेवात जनपद , राजस्थान के भरतपुर जिले के जुरेहरा गाँव में 
  • 19 जुलाई 1947 के दिन । 
  • शिक्षा - गाँव, भरतपुर , अलवर, और जयपुर में पी . एच . डी तक ।
  • शोध "साहित्य में वैयक्तिकता और वस्तुपरकता " विषय पर ।  
  • रूसी भाषा की अंगरेजी में अनुवादित  कई  पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद । 
  • इनमें -"-प्राचीन भारत में प्रगति एवं रूढ़ि " विशेष । 
  • ब्रज और मेवात के लोक-साहित्य में विशेष रूचि । 
  • राठ -मेवात में प्रसिद्ध  अलीबख्शी ख्यालों पर काम -पुस्तक प्रकाशनाधीन । 
  • अपने गाँव की रामलीला से पिछले चालीस सालों से जुड़ाव -तीस सालों से खलनायक रावण की भूमिका । 
  • एक बार भोपाल और अयोध्या में 1987  में " सीता - हरण " प्रसंग का प्रदर्शन ।
  • अपने गाँव की रामलीला शैली पर एक किताब प्रकाशन के लिए तैयार । 
  • राजस्थान की कालेज शिक्षा सेवा में चूरू ,सुजानगढ़ , सरदारशहर , सिरोही, दौसा, बूंदी , गंगापुर  सिटी  और अलवर में हिंदी -अध्यापन का काम । इस बीच एक वर्ष मध्य प्रदेश के शासकीय महाविद्यालय , श्योपुर कलां में अध्यापन । 
  • रचना कर्म -खासकर आलोचना कर्म ---तीन पुस्तकें प्रकाशित -----'-कविता की लोक-प्रकृति' , 'कविता और कवि  कर्म ', और 'शब्द और संस्कृति '।
  • ' लोक -दृष्टि और समकालीन कविता" शीघ्र प्रकाश्य ।
  •  'कविता और कवि-कर्म' पुस्तक पर राजस्थान साहित्य  अकादमी उदयपुर का सर्वोच्च --मीरा सम्मान 2001 में मिला । 
  • ब्रज भाषा अकादमी से ब्रज भाषा सम्मान मिला । 
  • निराला , मुक्तिबोध, नागार्जुन, त्रिलोचन , केदार , कुमारेन्द्र, विजेंद्र आदि लोक- परम्परा के कवियों की कविताओं पर अपनी अर्जित दृष्टि से लेखन । 
  • वर्तमान में --'जनवादी लेखक संघ ' का सदस्य ।
  • कवितायेँ लिखी लेकिन प्रकाशित कराने में संकोच रहा।

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